करवा चॊथ एक पुर्वतः बोद्धो का त्योहार रहा है. ..ये धोबीयो के द्वारा सुरु किया गया पर्व है. ........
चलिये आप के अपने रिसर्च का कुछ अंश समझाता हुँ. .....
करवा ब्रह्मवर्तपुरान मे वर्णित एक पात्र है जो धोबीन है. .....जो अपने पति कि रक्षा मगर से करती है ....यहि से करवा चॊथ पर्व मनाया जाने लगा. .......
....करवाचॊथ को तोडे = कर +व+ चॊथ
कर का अर्थ बाजु भुजा होता है जो शक्ति के प्रतिक माना गया (वर्ण व्यवस्था का क्षत्रिय)
व
चॊथ = चॊथ का अर्थ होता है चॊथा अंश अर्थात चॊथा पुत्र
अब समझे. ... वर्ण व्यवस्था का चॊथा पुत्र कर (भुजा =क्षत्रिय = राजपुत)
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